हराचारा केन्द्र की स्थापना सन् 2007 में शुरू की गई थी जिसमे श्री नन्दलाल मित्तल एवं जगदीश प्रसाद जैसनसरिया ने सबसे पहले इसकी शुरुआत की थी धन संग्रह हेतु परम पूज्य मरुधर भागवताचार्य पं. श्री मोहनलाल जी व्यास (नापासर वाले ) ने कथा की थी। हरचारा केंद्र में हराचारा का उत्पादन भी समय-समय पर किया गया था एवं किया जा रहा है ईसी हराचारा केन्द्र में एक गौ-चिकित्सालय चलाया जा रहा है यहाँ पर आज दिनांक 05.03.2025 को 4972 गौवंश संधारित किये जा रहे हैं संधारित किये जा रहे हैं एवं गौ- एम्बुलेंस से घायल गौवंश को गौ-चिकित्सालय लाकर उसका पशु चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जाता है हराचारा केंद्र में करीब 10 हजार पेड़ लगाये गए थे जो आज युवा अवस्था में है
🚜 हरा चारा – स्वस्थ गौवंश की पहचान! 🙏